Detailed Notes on mahavidya baglamukhi
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Pandit Ji will connect with out your identify and gotra in the puja sankalp, along with the names of other puja contributors.
A lesser regarded temple with the goddess is positioned in Somalapura (Kalyani) of Sindhanur taluk, Raichur district of North Karnataka. It is considered to become a strong Bagulamukhi Sidhdha Shakta pitha. According to community legends, the temple was crafted by a great yogi just after goddess' sakshaatkara fell in appreciate with him.
These energies are so rigorous that just one needs to be nicely prepared to take care of them through ‘beautifully done’ Vedic Rituals in the shape of a Maa Baglamukhi Puja. This is certainly why it is very advised that one particular Get hold of a learned priest to get the Puja ritual currently being done in his/her identify.
The Puja of the Goddess should be executed on Thursdays, as at the present time is considered auspicious for her worship. The devotee ought to provide yellow clothing, yellow flowers, and yellow sweets for the Goddess.
The devotee ought to sit on the floor covered with yellow cloth and dealing with the east way whilst worshipping Goddess Baglamukhi. During the puja vidhi, an idol or image of Goddess Baglamukhi should be there in front of the devotee.
ॐ क्रीङ्क्रीङ्क्रीन्नामधारिण्यै नमः।
In her 4-arm type, she seems to be fierce with her third eye, where she has a bowl of demon blood and a more info sword. Her crown is ornamented which has a crescent moon and two golden cranes.
देवी बगलामुखी स्तम्भन की पूर्ण शक्ति हैं, तीनों लोकों में प्रत्येक घोर विपत्ति से लेकर सामान्य मनुष्य तक किसी भी प्रकार की विपत्ति स्तम्भन करने में समर्थ है, जैसे किसी स्थाई अस्वस्थता, निर्धनता समस्या देवी कृपा से ही स्तंभित होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप जातक स्वस्थ, धन सम्पन्नता इत्यादि प्राप्त करता हैं। देवी अपने भक्तों के शत्रुओं के पथ तथा बुद्धि भ्रष्ट कर उन्हें हर प्रकार से स्तंभित कर रक्षा करती हैं। शत्रु अपने कार्य में कभी सफल नहीं हो पाता, शत्रु का पूर्ण रूप से विनाश होता ही हैं।
मध्ये सुधाब्धिमणिमण्डपरत्नवेदी- सिंहासनोपरि गतां परिवीतवर्णाम् ।
The devotee should utter the Bagalamukhi mantra by using a pure tongue. Properly carried out, the mantra will dispel negative energies and silence the enemies. Problem: Court instances and lawful troubles.
सुपीताभयामालाया पूतमन्त्रं पठंते जपंतो जयं संलभंते । रणे राग रोषा प्लुतानां रिपूणां विवादे बलाद् वैरकृद्धाम मातः ।।
It is actually thought that worshipping Maa Baglamukhi Temple in Bankhandi, Kangra district enhances a person's electricity and diminishes enemies abilities, rendering them helpless. This facet of the goddess’s ability underscores her purpose like a protector and a formidable pressure against adversities.
सौवर्णासनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लासिनीं हेमाभाङ्गरुचिं शशाङ्कमुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम् ।
भारतीय तन्त्र-मन्त्र साहित्य अपने आप में अद्भुत, आश्चर्यजनक एवं रहस्यमय रहा है। ज्यों-ज्यों हम इसके रहस्य के मूल में जाते हैं, त्यों-त्यों हमें विलक्षण अनुभव होते हैं। इस साहित्य में कुछ तन्त्र-मन्त्र तो इतने समर्थ, बलशाली एवं शीघ्र फलदायी हैं कि चकित रह जाना पड़ता है। ऐसे ही यंत्रों में एक यन्त्र है- बगलामुखी यन्त्र जो किसी भी प्रचंड तूफ़ान से भी टक्कर लेने में समर्थ है। शत्रुओं पर हावी होने, बलवान शत्रुओं का मान-मर्दन करने, भूतप्रेतादि को दूर करने, हारते हुए मुक़दमों में सफलता पाने एवं समस्त प्रकार से उन्नति करने में बगलामुखी यन्त्र श्रेष्ठतम माना जाता है। जिसके पास यह यन्त्र होता है उस पर किया गया तान्त्रिक प्रभाव निष्फल रहता है।